डंकर: प्राचीन से आधुनिकता की ओर
धनकर, चट्टान पर बसा गांव; विकिमीडिया कॉमन्स
डंकर स्पीति का एक ऐतिहासिक गाँव है जो प्राचीन समय में स्पीति की राजधानी हुआ करता था। जहाँ पर लदाख के नामग्याल राजवंश के राजाओं ने सदियों तक शासन किया। लदाख और स्पीति के बीच में अधिक दूरी होने के कारण यहाँ पर सामन्त नियुक्त किया गया जिनको नोनो कहा जाता था। नोनो संपूर्ण स्पीति का प्रशासन संभालते थे। प्रत्येक गाँव में लगान वसूल करने तथा अन्य प्रकार के कार्य देखने के लिए उनके द्वारा लोग नियुक्त किये जाते। डंकर पर अनेक बार बाहरी अकर्मणकारियों ने खूब लूटपाट की। यहाँ के महल के दीवारों तथा खम्बो पर अभी भी तलवार निशान देखे जा सकते हैं। आजादी के बाद स्पीति पंजाब सरकार के अधीन चला गया। तत्पश्चात जब हिमाचल प्रदेश एक नया राज्य बना तब स्पीति का उसमे विलय हो गया।
डंकर के लोगों के आय का मुख्य साधन कृषि है। हमारे कई त्योहारों में कृषि का महत्व स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। नमकन साल के सातवें या आठवें महीने में मनाया जाने वाला एक त्योहार है जिसमें गाँववाले अच्छी फसल के लिए प्रार्थना करते हैं। उस दिन लोग घोड़ों पर सवार होकर घी से बनी नकली भेड़ पर पत्थर फेंकते हैं और जीतने वाले को इनाम दिया जाता है। इस त्यौहार के कुछ दिन बाद फसल की कटाई की जाती है। हमारे गाँव में कृषि के लिए पानी का एक मात्र स्त्रोत झील का पानी है। लेकिन बर्फ कम पड़ने की वजह से झील में पानी का सत्र भी कम हो गया है। पिछले २०-२५ सालों में इस पानी का सत्र ५०% तक गिर गया है जिसके कारण से लोगों को कृषि के लिए अत्यंत कठिनाई हो रही है। कृषि के क्षेत्र में जहाँ पहले याक और चुरूओं का उपयोग हल चलाने के लिए किया जाता था वहाँ आज-कल आधुनिक युग में विभिन्न उपकरणों का उपयोग किया जाता है। जैसे खेतों की जुताई के लिए पावर टिलर और घास काटने के लिए मशीनो का उपयोग किया जाता हैं। प्राचीन समय में केवल सरसों, जौ और गेहूं ही लगाया जाता था लेकिन आज-कल विभिन्न प्रकार के फसल दाल, मटर, गोभी, आलू आदि उगाया जा रहा है। आजकल बागवानी भी की जाती है जिससे किसानो की आय में काफी बढ़ोतरी हुइ है। इसके आलावा आजकल रोजगार के अनेक साधन उपलब्ध है। पर्यटन के क्षेत्र में होम स्टे, होटल, टैक्सी ड्राइवर और गाइड भी एक आय का अच्छा साधन बन गया है। लेकिन इन सभी परिवर्तनों के बावजूद, डंकर के लोगों के लिए कृषि आय का प्राथमिक स्रोत है। और कृषि का भविष्य हमारे जल स्रोतों पर निर्भर है, जो तेजी से कम हो रहे हैं।
लेखक का परिचय
तेनज़िन गैंडेन
स्पीति के डंकर गांव के रहने वाले तेनज़िन गैंडेन एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। उन्होंने एम.एल.एस.एम कॉलेज सुंदरनगर में अपनी पढ़ाई पूरी की और स्पिटियन संस्कृति और परंपरा के बारे में सीखने और लिखने के इच्छुक हैं। वह फिलहाल प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे है।